
Savitaben Ambedkar Yojana गुजरात सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य अलग-अलग जातियों के लोगों के बीच विवाह को बढ़ावा देना है। यह योजना उन जोड़ों की मदद करती है जिन्होंने जाति की बाधाओं को तोड़कर शादी की है। इस योजना के तहत, सरकार जोड़ों को ₹2.5 लाख की आर्थिक सहायता देती है। इस पैसे से वे अपनी नई जिंदगी की शुरुआत अच्छे से कर सकते हैं। यह योजना समाज में एकता और भाईचारा बढ़ाने के लिए बनाई गई है। आवेदन करने के लिए आपको अपने जिले के सामाजिक कल्याण कार्यालय में संपर्क करना होगा या ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इस तरह, Savitaben Ambedkar Yojana समाज में बदलाव लाने और लोगों को सशक्त बनाने का काम कर रही है।
What is the Savitaben Ambedkar Scheme? (सविताबेन अंबेडकर योजना क्या है?)
Savitaben Ambedkar Yojana एक सरकारी योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य अलग-अलग जातियों के लोगों के बीच होने वाले विवाह (शादी) को बढ़ावा देना है।
इस योजना के तहत, जो जोड़े अंतर-जातीय शादी (Inter-caste Marriage) करते हैं, उन्हें सरकार की तरफ से आर्थिक मदद (पैसा) दिया जाता है। यह मदद उनके नए जीवन की शुरुआत में काम आती है।
Simple Details of the Scheme (योजना का सरल विवरण):
- क्यों बनाई गई? भारत में लंबे समय से जाति के आधार पर भेदभाव होता आया है। Savitaben Ambedkar Yojana का लक्ष्य इस भेदभाव को कम करना और सभी जातियों के बीच प्यार और भाईचारा बढ़ाना है।
- किसे लाभ मिलता है? वे जोड़े जिनमें से एक साथी अनुसूचित जाति (SC) से है और दूसरा साथी किसी दूसरी जाति से है।
- क्या लाभ मिलता है? सरकार जोड़े को एक बड़ी रकम (लगभग २.५ लाख रुपये) देती है ताकि उन्हें अपना नया घर बसाने में मदद मिल सके।
- कहाँ लागू है? यह मुख्य रूप से गुजरात राज्य की योजना है, लेकिन कुछ अन्य राज्यों में भी इसी तरह की योजनाएं हैं।
Key Objectives of the Scheme (योजना के प्रमुख उद्देश्य)
Savitaben Ambedkar Yojana को निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्यों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है:
- अंतर-जातीय विवाहों को प्रोत्साहित करना (To Encourage Inter-Caste Marriages):
योजना का प्राथमिक लक्ष्य समाज में अलग-अलग जातियों के बीच होने वाले विवाहों को बढ़ावा देना है। इसके माध्यम से जातिगत बाधाओं और रूढ़ियों को तोड़ने तथा सामाजिक एकता एवं समरसता को मजबूत करने का प्रयास किया जाता है।
- सामाजिक समानता और एकीकरण को बढ़ावा देना (To Promote Social Equality and Integration):
यह योजना डॉ. बी.आर. अंबेडकर के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है। यह समाज के सभी वर्गों के बीच भाईचारे की भावना को बढ़ावा देकर एक समतामूलक और एकजुट समाज के निर्माण में सहायक है।
- वित्तीय सहायता प्रदान कर नए जीवन की शुरुआत में मदद करना (To Provide Financial Assistance for a New Beginning):
अक्सर अंतर-जातीय विवाह करने वाले जोड़ों को सामाजिक और पारिवारिक विरोध का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता (आमतौर पर ₹2.5 लाख) उन्हें आर्थिक रूप से स्थिर होकर अपने नए जीवन की शुरुआत करने में मदद करती है।
- जातिगत भेदभाव को कम करना और सशक्तिकरण (To Reduce Caste-Based Discrimination and Empower):
यह योजना जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को कम करने का एक मजबूत प्रयास है। यह उन जोड़ों को सशक्त बनाती है जो जातिगत कठिनाइयों को पार करके एक नई मिसाल कायम करते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव का हिस्सा बनते हैं।
- कानूनी रूप से पंजीकृत विवाहों को मान्यता देना (To Recognize Legally Registered Marriages):
यह योजना विवाह के कानूनी पंजीकरण पर जोर देकर यह सुनिश्चित करती है कि जोड़े को कानूनी अधिकार और सुरक्षा प्राप्त हो। इससे महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों को भी बल मिलता है।
Eligibility Criteria for Savitaben Ambedkar Scheme (पात्रता मानदंड)
अगर आप Savitaben Ambedkar Yojana का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको नीचे दी गई शर्तों को पूरा करना होगा:
- विवाह की शर्त: आपका विवाह हिंदू मैरिज एक्ट के तहत रजिस्टर्ड होना चाहिए। यानी आपकी शादी कानूनी रूप से मान्य हो।
- जाति की शर्त: विवाह करने वाले दोनों लोगों में से एक साथी अनुसूचित जाति (SC) से होना चाहिए और दूसरा साथी गैर-अनुसूचित जाति (जैसे- सामान्य वर्ग, OBC, आदि) से होना चाहिए।
- आवेदन का समय: शादी होने के बाद आपको एक साल के अंदर ही योजना के लिए आवेदन करना होगा।
- शादी पहली हो: दोनों साथियों की यह पहली शादी होनी चाहिए। यानी दोनों ने पहले किसी और से शादी नहीं की हो।
- जरूरी दस्तावेज: आपके पास आधार कार्ड और दोनों साथियों का संयुक्त बैंक खाता (Joint Bank Account) होना चाहिए, ताकि सरकार आर्थिक मदद सीधे आपके खाते में भेज सके।

Financial Assistance Details (वित्तीय सहायता का विवरण)
Savitaben Ambedkar Yojana के तहत, सरकार आपस में अलग-अलग जातियों में शादी करने वाले जोड़ों को पैसे की मदद देती है। इस मदद से उन्हें अपनी नई ज़िंदगी शुरू करने में आसानी होती है।
आपको कितनी आर्थिक मदद मिलेगी?
इस योजना में, शादी करने वाले जोड़े को ढाई लाख रुपये (₹2,50,000) दिए जाते हैं।
यह पैसा आपको कैसे मिलेगा?
इस राशि को दो हिस्सों में बांटा जाता है:
- तुरंत मिलने वाला पैसा: शादी के बाद, जोड़े के संयुक्त बैंक खाते में डेढ़ लाख रुपये (₹1,50,000) सीधे भेज दिए जाते हैं। इस पैसे से वे अपने घर का सामान खरीद सकते हैं या कोई छोटा काम शुरू कर सकते हैं।
- बचत के लिए पैसा: बाकी के एक लाख रुपये (₹1,00,000) को सरकार की तरफ से तीन साल के लिए एक ‘फिक्स्ड डिपॉजिट’ में जमा कर दिया जाता है। तीन साल बाद, यह पैसा जोड़े को मिल जाता है। इससे उनके भविष्य की सुरक्षा होती है।
Application Process of Savitaben Ambedkar Scheme (आवेदन प्रक्रिया)
Savitaben Ambedkar Yojana के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया काफी सरल और ऑनलाइन उपलब्ध है। यहां चरण दर चरण मार्गदर्शन दी गई है:
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ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- चरण 1: अपने राज्य के सामाजिक कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। उदाहरण के लिए, गुजरात के लिए socialjusticeandempowerment.gujarat.gov.in।
- चरण 2: “अंतर-जातीय विवाह योजना” या “Savitaben Ambedkar Yojana” का विकल्प ढूंढें।
- चरण 3: आधार कार्ड का उपयोग करके लॉगिन या पंजीकरण करें।
- चरण 4: आवेदन फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें। सभी जानकारी सही और पूर्ण होनी चाहिए।
- चरण 5: आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें (नीचे दस्तावेजों की सूची देखें)।
- चरण 6: फॉर्म को सबमिट करें और भविष्य के संदर्भ के लिए acknowledgment slip का प्रिंट आउट ले लें।
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ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- चरण 1: अपने जिले के सामाजिक कल्याण कार्यालय या तहसील कार्यालय से आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- चरण 2: फॉर्म को भरें और सभी आवश्यक दस्तावेजों की attested copies attached करें।
- चरण 3: फॉर्म को संबंधित कार्यालय में जमा करें और एक acknowledgment receipt प्राप्त करें।
Required Documents for Savitaben Ambedkar Scheme (आवश्यक दस्तावेज)
Savitaben Ambedkar Yojana का लाभ लेने के लिए आपको नीचे दिए गए दस्तावेजों की ज़रूरत पड़ेगी। ये सभी दस्तावेज आपके आवेदन की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं।
- विवाह प्रमाणपत्र (Marriage Certificate): यह सबसे ज़रूरी दस्तावेज है। यह प्रमाणित करता है कि आपका विवाह हिंदू मैरिज एक्ट के तहत कानूनी तौर पर रजिस्टर्ड है।
- जाति प्रमाण पत्र (Caste Certificate): दोनों पति और पत्नी के जाति प्रमाण पत्र की ज़रूरत होती है। इसमें से एक पार्टनर का एससी (अनुसूचित जाति) और दूसरे का गैर-एससी जाति का प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- आधार कार्ड (Aadhaar Card): दोनों पार्टनर्स के आधार कार्ड की कॉपी जमा करनी होगी। आधार कार्ड पते और पहचान का प्रमाण देता है।
- बैंक खाता की जानकारी (Bank Account Details): आप दोनों का एक संयुक्त बैंक खाता (Joint Bank Account) होना चाहिए। इसके पासबुक की एक कॉपी या बैंक द्वारा दिया गया खाता विवरण जमा करें।
- फोटोग्राफ (Photograph): दोनों पति-पत्नी की हाल में खींची गई पासपोर्ट साइज की फोटो।
- आय प्रमाण पत्र (Income Certificate): कुछ मामलों में, यह जानने के लिए कि आप वित्तीय सहायता के हकदार हैं या नहीं, आय प्रमाण पत्र मांगा जा सकता है।
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Impact of the Savitaben Ambedkar Scheme (सविताबेन अंबेडकर योजना का प्रभाव)
Savitaben Ambedkar Yojana एक बहुत ही अच्छी योजना है जिसका हमारे समाज पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ रहा है। आइए जानते हैं इसके मुख्य प्रभावों के बारे में:
- समाज में एकता बढ़ रही है
इस योजना की सबसे बड़ी बात यह है कि इससे अलग-अलग जातियों के लोगों में आपसी भाईचारा बढ़ रहा है। जब दो अलग जातियों के लोग शादी करते हैं और उन्हें सरकार से सहायता मिलती है, तो इससे समाज में एक नई सोच पैदा होती है। लोगों की सोच धीरे-धीरे बदल रही है।
- जाति के भेदभाव को कम करना
हमारे देश में जाति के नाम पर कई सालों से भेदभाव चला आ रहा है। इस योजना से यह भेदभाव कम हो रहा है। लोग अब जाति से ऊपर उठकर सोचने लगे हैं और एक-दूसरे को सम्मान देने लगे हैं।
- जोड़ों को आर्थिक मदद मिलती है
शादी के बाद नया जीवन शुरू करने के लिए पैसों की जरूरत होती है। इस योजना से जोड़ों को 2.5 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद मिलती है। इस पैसे से वे अपने नए जीवन की अच्छी शुरुआत कर सकते हैं, जैसे घर का सामान खरीदना या अपना छोटा व्यवसाय शुरू करना।
- लोगों को प्रोत्साहन मिलता है
जब लोग देखते हैं कि अलग-अलग जातियों में शादी करने वालों को सरकार इनाम दे रही है, तो और भी लोग ऐसी शादियाँ करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। इससे समाज में नए बदलाव आते हैं।
- महिलाओं की स्थिति मजबूत होती है
Savitaben Ambedkar Yojana से महिलाओं को भी फायदा होता है। उन्हें आर्थिक सहायता मिलने से वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं और अपने फैसले खुद ले सकती हैं।
- शिक्षा का प्रसार
जो जोड़े इस योजना का लाभ उठाते हैं, वे अक्सर अपने बच्चों की शिक्षा पर भी ध्यान देते हैं। इससे शिक्षा का प्रसार होता है और अगली पीढ़ी बेहतर तरीके से तैयार होती है।
- सामाजिक बदलाव
इस योजना का सबसे बड़ा प्रभाव यह है कि इससे धीरे-धीरे पूरे समाज में बदलाव आ रहा है। लोग अब पुरानी रूढ़िवादी सोच को छोड़कर आधुनिक विचारों को अपना रहे हैं।
FAQs for Savitaben Ambedkar Yojana (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
- सविताबेन अंबेडकर योजना क्या है?
Savitaben Ambedkar Yojana गुजरात सरकार द्वारा चलाई गई एक सामाजिक कल्याण योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य अंतर-जातीय विवाह को बढ़ावा देना और ऐसे जोड़ों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
- इस योजना के तहत कितनी वित्तीय सहायता मिलती है?
योजना के तहत पात्र जोड़ों को ₹2.5 लाख की वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसमें से ₹1.5 लाख तुरंत और ₹1 लाख की राशि 3 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में दी जाती है।
- योजना के लिए आवेदन करने की पात्रता क्या है?
- विवाह में एक साथी अनुसूचित जाति (SC) से और दूसरा गैर-अनुसूचित जाति से होना चाहिए।
- विवाह हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत पंजीकृत होना चाहिए।
- आवेदन विवाह के एक वर्ष के भीतर किया जाना चाहिए।
- दोनों पक्षों की यह पहली शादी होनी चाहिए।
- आवेदन कैसे करें?
आवेदन ऑनलाइन गुजरात सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से या फिर ऑफलाइन संबंधित जिला सामाजिक कल्याण कार्यालय में जाकर किया जा सकता है।
- क्या कोर्ट मैरिज के लिए भी योजना का लाभ मिल सकता है?
हां, यदि कोर्ट मैरिज हिंदू विवाह अधिनियम के तहत पंजीकृत है तो जोड़ा योजना के लिए पात्र है।
- क्या लाइव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले जोड़े इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं?
नहीं, यह योजना केवल कानूनी रूप से पंजीकृत विवाहों के लिए है, लाइव-इन रिलेशनशिप इसके दायरे में नहीं आते हैं।
- आवेदन के साथ कौन से दस्तावेज जमा करने आवश्यक हैं?
मुख्य दस्तावेजों में विवाह प्रमाणपत्र, दोनों पक्षों के जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, संयुक्त बैंक खाता का विवरण और पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ शामिल हैं।
- क्या एक साथी के OBC होने पर योजना का लाभ मिलता है?
हां, यदि एक साथी SC है और दूसरा OBC (जो एक गैर-अनुसूचित जाति है) है, तो जोड़ा योजना के लिए पात्र है।
- क्या विवाह को एक साल से अधिक हो जाने पर भी आवेदन किया जा सकता है?
सामान्य नियम के अनुसार, आवेदन विवाह के एक वर्ष के भीतर ही किया जाना चाहिए। एक साल के बाद आवेदन स्वीकार नहीं किया जाता है।
- क्या यह योजना पूरे भारत में लागू है?
नहीं, सविताबेन अंबेडकर योजना मुख्य रूप से गुजरात राज्य की योजना है। हालांकि, अन्य राज्यों में भी इसी तरह की योजनाएं (जैसे राजस्थान में डॉ. अंबेडकर योजना) मौजूद हैं।
Conclusion(निष्कर्ष)
Savitaben Ambedkar Yojana भारत को एक जातिविहीन समाज बनाने की दिशा में एक साहसिक पहल है। यह योजना अंतर-जातीय विवाह करने वाले जोड़ों को न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करके, बल्कि सामाजिक स्वीकृति और सशक्तिकरण का अहसास देकर प्रोत्साहित करती है। यदि आपने भी प्रेम और साहस से अंतर-जातीय विवाह किया है, तो इस योजना का लाभ उठाएं और समानता के इस मिशन का हिस्सा बनें।