
गुजरात सरकार ने बेटियों के लिए एक बहुत अच्छी योजना शुरू की है, जिसका नाम है ‘गुजरात वहली दीकारी योजना’ (Gujarat Vahali Dikari Yojana)। इस योजना का मुख्य मकसद है राज्य की बेटियों की मदद करना और उनके भविष्य को बेहतर बनाना। इसके तहत, गरीब परिवारों की बेटियों को पैसे की मदद दी जाती है। यह पैसा उनकी पढ़ाई और बड़े होने पर उनकी ज़रूरतों के काम आता है। सरकार चाहती है कि माता-पिता बेटियों को भी बेटों की तरह पढ़ाएं और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें। यह योजना गुजरात की हर बेटी को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने की एक बहुत बड़ी कोशिश है।
Objective of the Gujarat Vahali Dikari Yojana (योजना का उद्देश्य)
गुजरात सरकार ने वहली दीकारी योजना शुरू की है। इस योजना का मुख्य मकसद राज्य की बेटियों की मदद करना है। आइए समझते हैं इसके चार बड़े उद्देश्य:
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ: इस योजना से लोगों को बेटियों की अहमियत समझाना है। इसका लक्ष्य है कि समाज में लड़के और लड़कियों की संख्या में बराबरी हो।
- पढ़ाई में मदद: योजना के तहत बेटी के स्कूल में दाखिले पर पैसा दिया जाता है। इससे माता-पिता को बेटी की पढ़ाई का खर्च उठाने में आसानी होती है और बेटी पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बन सकती है।
- कम पैसे वाले परिवार की सहायता: यह योजना उन परिवारों के लिए है जिनकी आमदनी बहुत कम है। इससे उन्हें आर्थिक तौर पर मदद मिलती है।
- बेटियों को मजबूत बनाना: इस योजना का अंतिम लक्ष्य बेटियों को शिक्षित और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो और वे देश की तरक्की में अपना योगदान दे सकें।
Eligibility Criteria for Gujarat Vahali Dikari Yojana (पात्रता मानदंड)
गुजरात सरकार की यह योजना उन परिवारों के लिए है, जिनके घर में बेटी का जन्म हुआ है। इसका मुख्य मकसद बेटियों के भविष्य को बेहतर बनाना और उनकी पढ़ाई में मदद करना है।
मुख्य पात्रता शर्तें (जरूरी बातें):
- गुजरात का निवासी: आवेदक करने वाले माता-पिता गुजरात राज्य के स्थायी निवासी होने चाहिए।
- परिवार की आय: परिवार की सालाना आय ₹2,00,000 (दो लाख रुपये) से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यानी यह योजना कम आय वाले परिवारों के लिए है।
- बेटी का जन्म: बेटी का जन्म 2 अगस्त 2019 या उसके बाद हुआ हो।
- कितनी बेटियाँ? योजना का फायदा सिर्फ परिवार की पहली और दूसरी बेटी ही उठा सकती हैं। तीसरी बेटी या उसके बाद की बेटियाँ इस योजना में शामिल नहीं हो सकतीं।
- माता-पिता की उम्र: बेटी के जन्म के समय माता-पिता की उम्र कानूनी रूप से तय की गई उम्र (लड़कियों के लिए 18 साल और लड़कों के लिए 21 साल) के बाद ही होनी चाहिए।
- सरकारी स्कूल में पढ़ाई: बेटी का नाम किसी सरकारी या सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूल में होना चाहिए।

Financial Assistance Details (वित्तीय सहायता का विवरण)
गुजरात सरकार की वहली दीकारी योजना के तहत, परिवार की बेटी को पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। यह मदद तीन चरणों में मिलती है।
योजना के तहत मिलने वाली राशि:
किस्त नंबर | कब मिलेगी? | कितनी राशि मिलेगी? |
पहली किस्त | जब बेटी पहली कक्षा में दाखिला लेगी। | ₹ 4,000 |
दूसरी किस्त | जब बेटी नौवीं कक्षा में दाखिला लेगी। | ₹ 6,000 |
तीसरी किस्त | जब बेटी 18 साल की हो जाएगी। | ₹ 1,00,000 |
कुल मिलाकर: इस योजना से एक बेटी को उसके भविष्य के लिए कुल ₹1,10,000 की मदद मिलती है।
Required Documents for Gujarat Vahali Dikari Yojana (आवश्यक दस्तावेज)
Gujarat Vahali Dikari Yojana के लिए आवेदन करने के लिए आपको कुछ ज़रूरी कागज़ात (दस्तावेज) चाहिए। ये सभी दस्तावेज सही और पूरे होने चाहिए।
नीचे दी गई लिस्ट में सभी ज़रूरी दस्तावेजों के बारे में बताया गया है:
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र: यह सर्टिफिकेट बताता है कि बेटी का जन्म कब और कहाँ हुआ था।
- माता-पिता का आधार कार्ड: बेटी के माता और पिता दोनों का आधार कार्ड ज़रूरी है।
- बेटी का आधार कार्ड: अगर बेटी का आधार कार्ड बना है तो वह भी देना होगा।
- परिवार का आय प्रमाण पत्र: यह एक सर्टिफिकेट होता है जो सरकार द्वारा पास की गई आय की जानकारी देता है। इस योजना के लिए परिवार की सालाना आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- माता-पिता का शादी का प्रमाण पत्र: माता-पिता की शादी का प्रमाण पत्र (Marriage Certificate) देना ज़रूरी है।
- राशन कार्ड: परिवार के राशन कार्ड की कॉपी।
- बैंक खाता विवरण: माता या बेटी के बैंक खाते की जानकारी। खाता आधार कार्ड से जुड़ा होना चाहिए।
- पासपोर्ट साइज फोटो: माता-पिता और बेटी की ताज़ा पासपोर्ट साइज की फोटो।
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Application Process of Gujarat Vahali Dikari Yojana (आवेदन प्रक्रिया)
गुजरात वहली दीकारी योजना के तहत आवेदन करने के दो तरीके हैं: ऑफलाइन और ऑनलाइन। आइए, दोनों प्रक्रियाओं को विस्तार से समझते हैं।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी केंद्र पर जाएँ:
- अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या तालुका सेवा सदन (Taluka Seva Sadan) पर जाएँ।
- वहाँ से योजना का आवेदन पत्र प्राप्त करें।
- आवेदन पत्र भरें:
- आवेदन पत्र में सभी आवश्यक जानकारी जैसे बेटी का नाम, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम, पता आदि ध्यानपूर्वक भरें।
- सुनिश्चित करें कि सभी जानकारी सही और पूर्ण हो।
- दस्तावेज संलग्न करें:
- आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित दस्तावेजों की प्रतिलिपि संलग्न करें:
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता और बेटी का आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड की प्रतिलिपि
- बैंक खाता विवरण (आधार से लिंक)
- आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित दस्तावेजों की प्रतिलिपि संलग्न करें:
- आवेदन पत्र जमा करें:
- भरा हुआ आवेदन पत्र और दस्तावेज संलग्न करके उसे सम्बंधित कार्यालय में जमा करें।
- आवेदन की पावती (acknowledgment) अवश्य प्राप्त करें और सुरक्षित रखें।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ:
- सबसे पहले गुजरात महिला एवं बाल विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट wcd.gujarat.gov.in पर जाएँ।
- लॉगिन/रजिस्टर करें:
- यदि आप पहले से पंजीकृत हैं, तो अपने यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
- नए उपयोगकर्ता हैं, तो “Register” या “New User” के विकल्प पर क्लिक करके पंजीकरण करें।
- आवेदन पत्र भरें:
- लॉगिन के बाद “Gujarat Vahali Dikari Yojana” के सेक्शन में जाएँ।
- आवेदन पत्र खुलेगा, उसमें सभी आवश्यक जानकारी भरें।
- दस्तावेज अपलोड करें:
- मांगे गए दस्तावेजों की स्कैन की हुई प्रतिलिपि अपलोड करें।
- दस्तावेजों का आकार और फॉर्मेट निर्देशानुसार ही होना चाहिए।
- आवेदन जमा करें:
- सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।
- आवेदन जमा होने के बाद एक पावती संख्या (application number) प्राप्त होगी, उसे नोट कर लें या प्रिंट आउट ले लें।

Key Benefits of Gujarat Vahali Dikari Yojana (योजना के प्रमुख लाभ)
गुजरात सरकार की Gujarat Vahali Dikari Yojana एक कल्याणकारी योजना है जिसका मुख्य उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित एवं सुदृढ़ बनाना है। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता: योजना का सबसे बड़ा लाभ बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहन देना है। कक्षा 1 और कक्षा 9 में प्रवेश पर मिलने वाली राशि से उनकी शिक्षा की प्रारंभिक जरूरतें पूरी होती हैं।
- दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा: बेटी के 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर मिलने वाली ₹1,00,000 की बड़ी राशि उसकी उच्च शिक्षा या व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए एक मजबूत आधार बनाती है। इससे उसे आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है।
- बाल विवाह रोकथाम: योजना का लाभ लेने के लिए एक शर्त माता-पिता का वैध उम्र में विवाह होना भी है। इसके साथ ही, 18 साल की उम्र में मिलने वाली राशि शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे अप्रैल में बाल विवाज जैसी सामाजिक बुराइयों को रोकने में मदद मिलती है।
- लिंगानुपात में सुधार: गुजरात वहली दीकारी योजना बेटी के जन्म को एक बोझ नहीं, बल्कि एक आशीर्वाद के रूप में देखने का नजरिया पैदा करती है। इससे समाज में लिंगानुपात (वर्तमान में 919) को सुधारने में मदद मिल रही है।
- सीधा लाभ अंतरण (DBT): योजना के तहत मिलने वाली सारी धनराशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। इससे पारदर्शिता बढ़ती है और धन का सीधा उपयोग बेटी की जरूरतों के लिए हो पाता है।
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत: यह योजना विशेष रूप से उन परिवारों के लिए वरदान है जिनकी वार्षिक आय ₹2 लाख से कम है। इससे उन्हें बेटी की परवरिश और शिक्षा में आर्थिक तनाव कम होता है।
- बेटियों का सशक्तिकरण: वित्तीय सहायता बेटियों में आत्मविश्वास पैदा करती है और उन्हें समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जीने के लिए तैयार करती है। यह योजना उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
FAQs for Gujarat Vahali Dikari Yojana (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
- प्र: गुजरात वहली दीकारी योजना क्या है?
उ:गुजरात वहली दीकारी योजना राज्य सरकार की एक सामाजिक कल्याण योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करना, उनकी शिक्षा सुनिश्चित करना और परिवारों पर वित्तीय बोझ को कम करना है। इसके तहत लाभार्थी बेटियों को उनकी शिक्षा और भविष्य के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। - प्र: गुजरात वहली दीकारी योजना 2025 के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
उ:योजना के लिए मुख्य पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- आवेदक गुजरात का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय ₹2 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- लाभ केवल परिवार की पहली और दूसरी बेटी के लिए ही है।
- बेटी का जन्म 2 अगस्त 2019 या उसके बाद हुआ हो।
- प्र: वहली दीकारी योजना के तहत कितनी वित्तीय सहायता मिलती है?
उ:योजना के तहत बेटी को कुल ₹1,10,000की वित्तीय सहायता तीन चरणों में प्रदान की जाती है:
- कक्षा 1 में दाखिले पर: ₹4,000
- कक्षा 9 में दाखिले पर: ₹6,000
- 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर: ₹1,00,000
- प्र: योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
उ:आवेदन ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। ऑफलाइन आवेदन नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या तालुका सेवा सदन पर जमा किए जा सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन महिला एवं बाल विकास विभाग, गुजरात की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। - प्र: वहली दीकारी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज कौन-कौन से हैं?
उ:आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं:
- बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- बेटी का आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- माता-पिता का विवाह प्रमाण पत्र
- प्र: क्या तीसरी बेटी इस योजना का लाभ उठा सकती है?
उ:नहीं, Gujarat Vahali Dikari Yojana का लाभ केवल परिवार की पहली और दूसरी बेटीको ही मिल सकता है। तीसरी बेटी या उसके बाद की बेटियाँ इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। - प्र: योजना का लाभ लेने के लिए बेटी की उम्र सीमा क्या है?
उ:योजना के लिए बेटी का जन्म 2 अगस्त 2019 या उसके बादका होना अनिवार्य है। इस तिथि से पहले जन्मी बेटियाँ इस योजना के दायरे में नहीं आती हैं। - प्र: क्या आय सीमा से ऊपर के परिवार इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं?
उ:नहीं, योजना का लाभ लेने के लिए परिवार की वार्षिक आय ₹2,00,000 (दो लाख रुपये)से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह आय सीमा योजना की एक मुख्य पात्रता शर्त है। - प्र: वित्तीय सहायता की राशि कैसे और कब प्राप्त होगी?
उ:वित्तीय सहायता की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती है। राशि का भुगतान पूर्वनिर्धारित चरणों (कक्षा 1, कक्षा 9 और 18 वर्ष की आयु) में ही किया जाता है। - प्र: आवेदन की स्थिति कैसे ट्रैक करें?
उ:आवेदन जमा करने के बाद मिलने वाले पावती/रेफरेंस नंबर का उपयोग करके आप संबंधित तालुका सेवा सदन या आधिकारिक पोर्टल पर आवेदन की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।
Conclusion (निष्कर्ष)
गुजरात की वहली दीकारी योजना (Gujarat Vahali Dikari Yojana) बेटियों के भविष्य निर्माण हेतु एक सराहनीय पहल है। यह योजना न केवल शिक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान करके उन्हें सशक्त बना रही है, अपितु समाज में उनके गरिमामय स्थान को भी दृढ़ता से प्रतिष्ठित कर रही है। सरकार के इस सार्थक प्रयास से बेटियाँ आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं और राष्ट्र के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।